पूर्णिया बंद: मां के सम्मान में पांच घंटे का जनसैलाब
“मां का अपमान कांग्रेस–राजद की पहचान” – विधायक विजय खेमका
“वंशवादी युवराज बिहार से बाहर का रास्ता देखेंगे”
पूर्णिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत माता पर महागठबंधन नेताओं द्वारा दिए गए आपत्तिजनक बयान के विरोध में एनडीए महिला मोर्चा के आह्वान पर गुरुवार को पूर्णिया बंद ऐतिहासिक रूप से सफल रहा। सुबह से ही शहर की सड़कों पर व्यवसायी, उद्यमी, फुटपाथी दुकानदार, रिक्शा–टेम्पू चालक और आमजन स्वतः बंद में शामिल हो गए। पांच घंटे तक बाजार पूरी तरह ठप रहे और हर गली-चौराहे से एक ही आवाज गूंजती रही—
“मां का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान।”
विधायक खेमका का सीधा वार
जनता और कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए विधायक खेमका ने कांग्रेस–राजद परटी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा—
“पूर्णिया और बिहार की माता-बहनें कांग्रेस एवं राजद के युवराज राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को इस अपमानजनक कृत्य के लिए कभी माफ नहीं करेंगी। प्रधानमंत्री की दिवंगत माता को गाली देकर कांग्रेस–राजद ने अपना दोहरा चाल, चरित्र और चेहरा जनता के सामने उजागर कर दिया है।”
खेमका ने चेताया—
“वंशवादी युवराज अगर अविलंब बिहार की माताओं–बहनों से माफी नहीं मांगेंगे, तो जनता उन्हें बिहार से बाहर का रास्ता दिखा देगी।”
जनता का मूड, आंदोलन का संदेश
“यह सिर्फ मोदी की मां का नहीं, हर भारतीय मां का अपमान है।”
“बिहार की बहनें चुप नहीं बैठेंगी।”
“जनता लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देगी।”
पूरा बंद शांतिपूर्ण रहा, लेकिन संदेश कड़ा और स्पष्ट था—
मां के सम्मान से बड़ी कोई राजनीति नहीं।
खेमका का आभार और भाजपा की एकजुटता
विधायक खेमका ने बंद को सफल बनाने में सहयोग देने वाले एनडीए कार्यकर्ताओं और पूर्णिया की जनता का आभार जताया। उन्होंने कहा—
“पूर्णिया ने यह साबित कर दिया कि मां का सम्मान राजनीति से बड़ा है। यह आंदोलन सिर्फ बंद नहीं, बल्कि बिहार की चेतना की हुंकार है।”










