फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़: 29 गिरफ्तार, पूरे देश में की जा रही थी ठगी
पूर्वांचल राज्य ब्यूरो वाराणसी।
जिले के रोहनिया थाना क्षेत्र के अवलेशपुर स्थित एक बंद पड़े कंप्यूटर सेंटर में फर्जी कॉल सेंटर चलाने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। बुधवार देर रात पुलिस ने छापेमारी कर यहां से 29 युवक-युवतियों को गिरफ्तार किया, जो देशभर में ठगी के नेटवर्क से जुड़े हुए थे। मौके से लाखों रुपये नकद, लगभग 40 लैपटॉप और डेस्कटॉप बरामद किए गए हैं।
स्थानीय लोगों की सूचना पर रोहनिया पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियों की जांच शुरू की थी। कुछ समय से यहां असम, नागालैंड और महाराष्ट्र जैसे राज्यों के युवाओं की आवाजाही बढ़ गई थी। वे बंद पड़े सेंटर से कारों में निकलते और आसपास के होटलों में चले जाते थे, जिससे इलाके में संदेह गहराया।
सूचना मिलते ही रोहनिया पुलिस ने मामले को वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाया। इसके बाद तीन आईपीएस अधिकारियों की अगुवाई में देर रात बड़ी छापेमारी की गई। छापेमारी में एडीसीपी नीतू, एसीपी संजीव शर्मा, इंस्पेक्टर राजू सिंह समेत साइबर सेल और फॉरेंसिक टीम की मौजूदगी रही।
डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार ने बताया कि यह फर्जी कॉल सेंटर जीवन हॉस्पिटल के पास स्थित पुराने कंप्यूटर प्रशिक्षण संस्थान में संचालित हो रहा था। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वे फर्जी कॉल्स के जरिए देशभर में लोगों को ठगते थे।
डीसीपी क्राइम सरवणन टी ने बताया कि छापेमारी के दौरान बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को सुरक्षित रखा गया है ताकि डिजिटल साक्ष्यों से छेड़छाड़ न हो। साइबर एक्सपर्ट्स और फॉरेंसिक टीम इस नेटवर्क की परतें खोलने में जुटी है। पुलिस अब इस रैकेट के मुख्य सरगनाओं तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
स्थानीय लोगों की सतर्कता और पुलिस की तत्परता से एक बड़ा साइबर अपराध गिरोह पकड़ा गया है।










