परमाणु टेस्टिंग पर फिर गर्माया माहौल, ट्रंप के ऐलान के बाद रूस का पलटवार
पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को संकेत दिए कि अमेरिका करीब तीन दशकों बाद फिर से परमाणु हथियारों का परीक्षण शुरू कर सकता है। ट्रंप का कहना है कि यह कदम जरूरी है क्योंकि अन्य देश भी परीक्षण कर रहे हैं। ट्रंप के इस बयान के बाद रूस ने प्रतिक्रिया देते हुए सफाई दी है कि हाल ही में उसने जिन हथियारों का परीक्षण किया, वे परमाणु हथियार नहीं थे।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, “पोसाइडन अंडरवाटर ड्रोन और बुरेवेस्टनिक क्रूज मिसाइल के परीक्षण को किसी भी रूप में परमाणु परीक्षण नहीं माना जा सकता। हमें उम्मीद है कि राष्ट्रपति ट्रंप को इस संबंध में सही जानकारी दी गई होगी।”
हालांकि रूस ने यह भी चेतावनी दी कि अगर अमेरिका वास्तव में परमाणु परीक्षण दोबारा शुरू करता है, तो रूस भी समान कदम उठाने में पीछे नहीं रहेगा। ट्रंप के इस ऐलान के बाद वैश्विक तनाव एक बार फिर बढ़ने की आशंका है।










